आज ही के दिन
आज ही के दिन हमारी जिन्दगी मेंइक चमकता जगमगाता चाँद उगा था चाँद ऐसा, अनघ पूनम का उताराज्यों …
आज ही के दिन हमारी जिन्दगी मेंइक चमकता जगमगाता चाँद उगा था चाँद ऐसा, अनघ पूनम का उताराज्यों …
कृष्ण जाने गए हैं जहाँ जब कहींभेद कोई जगत का बचा ही नहींआत्म से आत्मा तक चले चक्र …
जयघोष मनुजता का सुनकरसुनकर उद्यम के कर्म महानसीने जैसा रोम रोम करउत्साहित हूँ मैं वितानमात्र मुक्ति के चार …
इस जगत विशेष में, विशेष नर प्रत्येक है,खोज ले तू खुद में खुद को, खो गया जो एक …
देखा उसको धड़का दिलतोड़ कफ़स फिर निकला दिल सारी दुनिया दुनिया हैअपना है तो उसका दिल पागल है …